114 Part
223 times read
15 Liked
जिंदगी तेरे लिए कभी खंडहरों में घुमा कभी खो गया शहर में कही पर रात रात जागा तो कही सो गया सफर में करता रहा हूं मैं हाय हाय जिंदगी तेरे ...